घोष के इस बयान की उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों और उनकी खुद की पार्टी के नेताओं ने आलोचना की। घोष ने राज्य में गत दिसम्बर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर ‘‘गोली नहीं चलाने और लाठीचार्ज का आदेश नहीं देने’’ के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की थी।
कोलकाता। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर अपनी टिप्पणी के कारण अपनी पार्टी के नेताओं के साथ ही विभिन्न लोगों के निशाने पर आये पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को अपने आलोचकों को आड़े हाथ लिया और कहा कि जो उनकी आलोचना कर रहे हैं उन्होंने स्वयं ही विभिन्न मौकों पर प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलवायी हैं। उल्लेखनीय है कि घोष ने कहा था कि सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को ‘‘कुत्तों की तरह गोली मारी गई।’’ घोष ने कहा कि उन्होंने जो भी कहा है वह उस पर कायम हैं। घोष ने अपने आलोचकों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो उनकी आलोचना कर रहे हैं उन्होंने स्वयं विभिन्न मौकों पर प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलवायी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी टिप्पणी पर कायम हूं। मुझे आलोचना की परवाह नहीं है। मैंने जो कुछ भी कहा है वह देश के पक्ष में है। तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस मेरी आलोचना कर रही हैं। उन्होंने भी विभिन्न मौकों पर प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलवायी हैं।’’